gubar
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कुरुक्षेत्र की तलाश मे -------------------------...
शिशिर की रात--------------------सिकुड़ रहा ठंडक ...
मछली मछली कित्ता पानी---------------------------...
चीरहरण अब भी जारी है----------------------------...
प्रवाह-------------उमड़ता घुमड़ता बह रहा है,एक काल...
वसीयत-----------पहली की,दूसरी की,तीसरी की,पीढी द...
बाप का बोझ-----------------हर साल यही होता।हर अच...
अदने की मां------------------लोग आते ,समझाते।मै ...
बुजुर्ग का खत - नयी पीढ़ी के नाम------------------...
सच ---------चबूतरे पर रखे नानाकार पत्थर,बीच मे त...
छू मन्तर सपना--------------------कल रात जब मै,ब...
बोनसाई के पेड़---------------------विदेश में घूम...
शिनाख्त---------------गली नुक्कड़ हर चौराहा,खून स...
सियावर रामचन्द्र की जय ------------------------...
: फटी रजाई , खाली पेट --------------------------...
अपूर्ण अभिलाषा ------------------------- छील ...
: गांव की जीविका ----------------------- चुनु...
: सलाम जिन्दगी --------------------- महँगू क...
कुरुक्षेत्र की तलाश मे ------------------------...
किसान- गीता ------------------- ग्राम देवत...
meri kavitayen
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onkar gautam
live and let live man..
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